शायरी ब्लाग – ग़मगुसार 15 हज़ार
मेरे दिल – दिमाग़ ख़ुशी से
बेक़रार हो गये हैं I
आज मेरे ब्लाग के व्यूज़ 15 हज़ार हो गये हैं II
जो कल तलक मुझे तवज्जो़ ही
नहीं देते थे I
वो शख्स खुद-ब-खु़द दोस्तों
में शुमार हो गये हैं II
ये ख़ुशनसीबी का तेरी सुबूत है सुन ए हकी़क़त I
तेरे पास बडी तादाद में ग़मगुसार
हो गये हैं II
ग़मगुसार –Intimate Friend
Shayari by
Hakikat Rai Sharma, Ghaziabad & Nabinagar, Bulandshahr (UP)
Click Credit to Anjali Tyagi
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