Friday, 7 October 2016

शायरी ब्लाग – ग़मगुसार 15 हज़ार




शायरी ब्लाग – ग़मगुसार 15 हज़ार



मेर दिल – दिमाग़ ख़ुशी से बेक़रार हो गये हैं I
आज मेरे ब्लाग के व्य15 हज़ार हो गये हैं II


जो कल तलक मुझे तवज्जो़ ही नहीं देते थे I
वो शख्स खुद-ब-खु़द दोस्तों में शुमार हो गये हैं II



ये ख़ुशनसीबी का तेरी सुबूत है सुन ए हकी़क़त I
तेरे पास बडी तादाद में ग़मगुसार हो गये हैं II

ग़मगुसार –Intimate Friend


Shayari by
Hakikat Rai Sharma, Ghaziabad & Nabinagar, Bulandshahr (UP)
 
Click Credit to Anjali Tyagi


Appreciated by

1.    Kashish (2nd from Left) and others



  2.    Shaaloo (in front) and others 



 

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